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लेखनी प्रतियोगिता -10-Jan-2023

साधित प्रेम

सच्चा प्यार कहां मिलता हैं 
सही कहा अहम अकड़ रहा हैं 
सच झूट का चक्रव्यूह सर्वत्र विराजमान हैं 
अंधी दौड़ में नौजवान भटक रहा हैं 
काम वासना का नया नाम लिवइन हैं
आज प्रेम में मिलावट हैं
क्षणिक सुख का बाजार गर्म हैं
लैला मजनू कि प्रेरणा आज बेमानी सी हैं
प्रेम भाव आज मिलावटी और साधित हैं
वो बिरला ही भाग्यशाली हैं 
जो वास्तिवक प्रेम का पुजारी हैं
अंत तक निभाना जिसकी नियति हैं।
मीरा कृष्ण का अनुपम उदाहरण हैं 
जो प्रेम श्रद्धा का पुजारी हैं।

✍️ विजय पोखरणा "यस"
अजमेर

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6 Comments

Abhinav ji

11-Jan-2023 09:35 AM

Very nice 👍

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VIJAY POKHARNA "यस"

11-Jan-2023 07:27 PM

🙏🙏

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Reena yadav

11-Jan-2023 08:25 AM

Very nice 👌

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VIJAY POKHARNA "यस"

11-Jan-2023 07:27 PM

🙏🙏

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Gunjan Kamal

10-Jan-2023 10:00 PM

Nice 👍🏼

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VIJAY POKHARNA "यस"

11-Jan-2023 07:27 PM

🙏🙏

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